डॉ। भीमराव आंबेडकर के जीवन से कई रोचक किस्से जुड़े हुए हैं, जो उनकी महानता और उनके साहसिक कार्यों का परिचय देते हैं। यहां कुछ रोचक किस्से हैं:
1. **वैशाली में जल सत्याग्रह**: डॉ। आंबेडकर ने वैशाली में जल सत्याग्रह का आयोजन किया था, जिसमें उन्होंने समाज में उपेक्षित और असहाय वर्गों के लिए जल सप्लाई की मांग की थी। इस सत्याग्रह के दौरान, वह स्थानीय समाज के लोगों को समर्थन और एकता के माध्यम से समाज में परिवर्तन लाने की प्रेरणा दिखाई थी।
2. **महाद सत्याग्रह**: डॉ। आंबेडकर ने महाराष्ट्र के महाद गाँव में जल सत्याग्रह की आयोजन की थी, जिसमें दलित समुदाय के लोगों को वैष्णव मंदिर की प्रवेश अधिकार के लिए समर्थन किया गया। इस सत्याग्रह ने समाज में सामाजिक बदलाव की धारा बदल दी और दलितों के अधिकारों को सुनिश्चित किया।
3. **संविधान के निर्माण में योगदान**: डॉ। आंबेडकर का सबसे महत्वपूर्ण कार्य संविधान के निर्माण में उनका योगदान है। उन्होंने संविधान निर्माण समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और एक समान और न्यायपूर्ण समाज के लिए मौलिक अधिकारों की गारंटी दी।
4. **विश्वविद्यालय के संस्थापन**: डॉ। आंबेडकर ने भारतीय समाज के लिए उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए भी प्रसिद्ध हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में पहले समाज के लिए शिक्षा संस्थान की स्थापना की, जिसे आज डॉ। बाबासाहेब आंबेडकर तकनीकी विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता है।
ये कुछ किस्से हैं जो डॉ। भीमराव आंबेडकर के जीवन से जुड़े हुए हैं, जो उनकी महानता और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में उनके अद्भुत कार्यों को प्रकट करते हैं।
भीमराव आंबेडकर के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल था, जो महार जाति से थे। उनके पिता रामजी मालोजी सकपाल ने बालक के नाम के आधार पर उन्हें "भीमराव" कहा था, जो भगवान भीम के नाम पर आधारित है। भगवान भीम भी एक महार जाति के धर्मगुरु थे। इस तरह, भीमराव आंबेडकर का नाम उनके पिता के आदर्शों और समाजिक उत्थान की भावना को दर्शाता है।
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